Wednesday, August 31, 2016

एक वार्तालाप

कल संध्या समय जब में अपनी पुत्री के साथ घर से बाहर निकला तो देखा कि नगर सुरक्षा दल के २ सदस्य वहाँ खड़े थे। मैंने उनसे नमस्कार किया और एक सदस्य से वार्तालाप प्रारम्भ हुआ। बातों बातों में आतंकवाद एवं गोलीबारी पर चर्चा हुई तो मैंने कहा - हमारे भारत में तो इनकी जब इच्छा होती है बम के धमाके और गोलीबारी कर देते है। इसपर उस सुरक्षाकर्मी का प्रत्युत्तर सुन मैं प्रसन्नतापूर्वक दंग रह गया। उनके कथन को मैं हिंदी में टंकित करता हूँ -

"हमारे यहाँ तो खार पतवार हम स्वयं ही बढ़ते हैं, आपके यहाँ तो सीमापार से वार होता है। आपका तो पड़ोस से ही सारा व्यावहारिक तौर पर मिलता है।"

उनका यह कथन सुन कर प्रसन्नता यो हुई की इस पराय राष्ट्र में भी उनको हमारी व्यथा का ज्ञान है और दंग इस प्रकार हुआ कि उन्हें इस बात का ज्ञान है।

अपितु क्षोभ करने योग्य बात भी है उक्त वार्तालाप में कि Barkha Dutt, Rajdeep Sardesai, Shekhar Gupta, Sagarika Ghose एवं उनकी जात के अन्य भ्रष्ट पत्रकार इस सत्य को नकारते ही रहते हैं।