Sunday, September 27, 2015

कॉंगेस का अधूरा सत्य

आज फेसबुक पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (ई) द्वारा जारी एक चलचित्र (वीडियो) देखा जिसमें उन्होंने बड़ी सफाई से वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को खलनायक बताया गया है। इस विडिओ में कांग्रेस ने श्री मोदी द्वारा कनाडा, जर्मनी एवं चीन में दिए गए भाषणो में से तथाकथित पन्तियाँ दर्शाई हैं जिनमें श्री मोदी ने पहले के भारत के प्रति कुछ हद तक की सच्चाई का वर्णन किया है। प्रस्तुति में उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी, श्री राजीव गांधी एवं श्री मनमोहन सिंह द्वारा दिए गए भाषणो का भी सम्मिलित किया है। 

संपूर्ण प्रस्तुति को देखने के बाद मैंने जब विश्लेषण किया तो मुझे कांग्रेस नहीं श्री मोदी के कथन सच लगे। मैं विगत ग्यारह (११) वर्षों से विदेश भ्रमण कर रहा हूँ एवं इस समय भी मैं संयुक्त राज्य अमेरिका में रहता हूँ। मैंने सं २००४ से अब तक जो बदलाव देखा है उसमें सबसे बड़ा बदलाव पिछले एक साल में आया है। जी हाँ पिछले एक साल में यहाँ अमेरिका में जिस प्रकार मेरे आस पास लोगो का बर्ताव बदला है उसे केवल एक प्रवासी भारतीय नागरिक ही समझ सकता है, जिसने अपने राष्ट्र के दोनों स्वरुप देखें हैं (राष्ट्र में रह कर भी एवं विदेशों में भ्रमण कर कर भी)

पहले जब प्रवासी भारतियों से वार्तालाप होता था तो ऐसा लगता था कि उन्हें वापस जाने की कोई चिंता ही नहीं थी। उन्हें भारत छोड़े, ८ से १५ या २० वर्ष हो चुके थे। उन्हें भारत में प्रगति के कोई आसार ही नहीं दिखाते थे।  पिछले ११ वर्षों में मैं अमेरिका के कोलम्बस, न्यूयॉर्क, टेक्सास, फ्लोरिडा, मिनेसोटा, इलेनॉइस, कैलिफ़ोर्निया, नेवाडा, न्यूजर्सी, उत्तरी कैरोलिना, एरिज़ोना, वाशिंगटन डी सी एवं वर्जिनिओ प्रांतो में रह रहे भारतियों से बात की है]

आज जब मैं उनमें से किसी से भी मिलता हूँ तो मुझसे कहते हैं कि आज भारत में तरक्की के बहुत आसार हैं। उनमें से बहुत से भारत कम से कम एक बार तो जा ही आए हैं, और यहाँ उस बात का उल्लेख करना आवश्यक है कि उनमें से काफी १९८४ के दंगो से त्रस्त हो कर आये थे एवं उनमें से कई सिख समुदाय से हैं। 

क्या कांग्रेस अपने किये हर काम का विश्लेषण स्वयं करेगी एवं क्या राष्ट्र को सत्य से अवगत करवाएगी? क्या कांग्रेस इतिहास के पानो में दबे हुए सच को सामने लाएगी। क्या इतिहास का सत्य सामने लाएगी? 

कांग्रेस का यह अत्यंत ही खेदजनक व्यवहार है एवं वह नागरिकों के सामने केवल अधूरा सत्य लाती है। सं १९४७ से आज तक इतिहास में हमें कितना असत्य बताया गया है एवं कितना सत्य उन्होंने दबाया है, यह हम कभी नहीं भूल सकते।  आज दिन प्रतिदिन कांग्रेस का सत्य सामने आ रहा है तब उस सत्य से नागरिकों का ध्यान बताने के लिए फिर एक बार अधूरे सत्य का सहारा ले रही है। राष्ट्र को इस असत्य की राजनीति से परे हट भारत के सत्य से अवगत होना चाहिए। कांग्रेस की इस अधूरे सत्य में छुपी अलगाववाद की राजनीति से भारत को मुक्त करवाना है 

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